Monday, June 29, 2015

बड़े भैया

उंगली मेरी थमा कर तुमको...
पूरा विश्वास दिखाया हैं........
भैया पापा ने तुमको...मेरा भार...
संभलवाया हैं....
तुमने भी भैया ..माँ पापा का ..
अच्छा फर्ज़ निभाया हैं......
लगाकर हम सबको सीने से.....
पापा माँ का एहसास कराया हैं...
साया तेरा बना रहे हम सब पे...
मैने ईश्वर से बाँह पकड़ कर..ये इसरार कराया हैं...तंकु...भैया


farewell of amit mehta sir


डराते है 
धमकाते है
आँखे भी दिखाते है
जब करते है हम कोई अच्छा काम तो गर्व से हमारी
पीठ भी थपथपाते है
रखते है सबका एक सा ख्याल
ये गुण हम सब आप में ही पाते है
जब कभी हम कहीं सही निर्णय नहीं ले पाते तो
उचित मार्गदर्शन देकर हमें
सही रास्ता भी दिखाते है
कदम कदम पर बढ़ाते है हम सब का मनोबल
सच आपके साथ से हम नया कुछ सीख पाते है
दोस्तों सा करते है सबसे व्यवहार
इतनी सरलता हम केवल 
आप में ही पाते है
शुक्रिया है सर आपका 
जो आप हमें अपने साथ के योग्य पाते है
कैसे गुजरा वक़्त आपके साथ
कुछ पता ही न चला
आपके साथ से तो 3 साल जैसे 
3 मिनट में बदला
थैंकयू सबकी तरफ से आपको
आपके साथ गुजर हर लम्हा यादगार बना
हर कदम पर मिले सफलता आपको

हम ईश्वर से बस यही मनाते है