Thursday, January 16, 2014

तुमसे बात करके दिल भर आया..

तुमसे बात करके दिल भर आया..
नही थम रहे आँसू..
कलेजा हलक को हैं आया..
लेकिन तुम्हे थमना हैं..
देना हैं सांत्वना..
क्यूँ की मुझे पता हैं मेरे बिखरने से
तुम भी बिखर जाओगे..
अगर मैं रो दी तो...
तुम भी पिघल जाओगे..
सच मेरे लिए इतना बड़ा त्याग...
वो भी जब मैं नही हूँ तुम्हारे पास...
कहाँ जाओगे,
कैसे करोगे सब कुछ मॅनेज..
क्या खाओगे...कैसे अपने को खुश रख पाओगे..
कुछ नही आ रहा समझ..
आज जब तुम अपनो से दूर हो..
अपनो ने किया तुमसे किनारा...
ये बात मेरा मॅन नही मान रहा..
उन्हे तुम्हे फिर से गले लगाना होगा..
चाहे कुछ भी हो...तुम्हे अपनाना होगा..
एक बार उन्हे फिर से...तुम्हारे पास आना होगा..

1 Comments:

At January 16, 2014 at 7:59 PM , Anonymous Anonymous said...

:(

 

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