Saturday, November 2, 2013

किसी की
शम्मा
जल उठी,
कहीं चराग
बुझ गया ..
उफ़
ये क्या हुआ
किसी को
ख़ुशी  मिली
कोई
गम से
भर गया

1 Comments:

At November 2, 2013 at 5:40 AM , Blogger डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत उम्दा।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
--
आपको और आपके पूरे परिवार को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
स्वस्थ रहो।
प्रसन्न रहो हमेशा।

 

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