Friday, November 30, 2012

टूट फूट भी जीवन का हिस्सा हैं...



टूट फूट भी जीवन का हिस्सा हैं...
इसमे नया भी बहुत कुछ बनता हैं..
टूटता हैं पुराना मकान..नया फ्लॅट बनता हैं
शरीर मे हुई टूट फूट से इम्यून सिस्टम भी सुधरता हैं..
टूट कर जो निभाई तुमने मर्यादा, मित्रता 

बहुत कुछ पाया होगा..
कई आँखो मे खुद के लिए आशीर्वाद..
कहीं कहीं बेइंतहा प्यार नज़र होगा
यही हैं जीवन की असली कमाई..जो तेरे हिस्से आई..
अब कुछ नही टूटने वाला..जो टूटा तो सोचना वो
तुम्हारे काबिल नही था..तुम्हारी सोच थी उँची...
वो....तुम तक पहुचने लायक नही था.

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