Sunday, January 15, 2012


घर के बुजुर्ग घर की शान होते हैं
लेकिन वो लोग नही समझ पाते
जो बेजान होते हैं......
जब जाते हैं वो दुनिया से
तब समझ मे आता हैं
हट जाती हैं छत उपर से...
सिर पे आँधी तूफान होते हैं...
ख़ासने  की आवाज़ से
डर जाया करते थे जो लोग
उनके होने से.....
उनके जाते ही...घर
खुला मैदान होते हैं....
करो उनकी हिफ़ाज़त जब तक
हैं वो पास तुम्हारे................
खुदा के दिए वो वरदान होते हैं

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